भतीजा ठाकरे की ओछी राजनीति
| बेलगाम राज'नीति' ... |
1. खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे - अब खुद से न हुआ तो अपनी नपुसंकता और नगण्यता का ठीकरा तो बिहारियों पर ही फोड़ेंगे
2. अपने गली में कुत्ता भी शेर होता है - इनकी 'भौंक-वास' मुंबई तक ही सीमित है
3. भैंस पूँछ उठाएगी तो गोबर ही करेगी, दूध नहीं देगी - ये जब भी मूँह खोलते हैं तो बेहूदा बयान ही सामने आता है
4. गीदड़ की मौत आती है तो शहर की तरफ भागता है - तथ्य संक्या 2 का एक और प्रारूप
5. बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद - कभी बिहार आये तो समझे
6. बाप न मारे मेढकी, बेटा तीरंदाज़ - बाप की जगह चाचा पढ़िए !
7. आस्तीन का सांप - ओछी राजनीती करने वाला, ये मुंबई/महारास्ट्र वालों का भी नहीं हो सकता
सन्दर्भ : दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार पर बयान ।
Labels: राजनीति (Politics), व्यंग्य (Satire)

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